हिदायतें
हिदायतें यादों के नशेमन में इतनी तो जगह रखना नए सपने सजाने की कोई तो वजह रखना | भूल जाते हैं सब आँखों से होते ही ओझल जो गया जाने दो मेरे लिए तुम पलके बिछा के रखना | कांच सा होता है प्यार पहला पहला टूटे ना ज़रा इसको अपने दिल से लगा के रखना | मिल जाती है नजरें ना चाहते हुए भी मिलो गर किसी से तो अपनी पलकें झुका के रखना | कभी कभी चेहरा ही बता देता है दिल की बातें दुनिया को जो हो दिखाना वही चेहरा बना के रखना | लगा देती है दाग जब जलती है तुमसे ये दुनिया बड़ी ज़ालिम है अपना दामन बचा के रखना | प्यार प्यार प्यार बस प्यार ही मिलेगा शर्त बस उसको अपना बना के रखना | इस जहान मैं लोग तुम्हें ऐसे ही मिलेंगे ऐसे लोगों से अपना वो जहान बचाके रखना | तुम्हारा मन (मनप्रीत सिंह )